नवरात्री शुरू होने के साथ कीमती धातुओं की कीमते चमकने लगी है और एमसीएक्स में सोना पिछले सप्ताह 600 रुपये प्रति दस ग्राम तेज़ हुआ और कीमते 50300 रुपये पर रही। चांदी के भाव भी 800 रुपये प्रति किलो तेज़ हो कर 57000 रुपये के स्तरों पर पहुंच गए। अमेरिकी डॉलर में कमी आने से सोने की कीमतों में तेजी आई, लेकिन लगातार छठे महीने कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है क्योंकि बढ़ती ब्याज दरों ने कीमती धातुओं के लिए दृष्टिकोण को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। ग्लोबल सेंट्रल बैंक द्वारा ब्याज दरों पर आक्रामक रुख रखने के चलते कॉमेक्स वायदा में सोना सितम्बर माह में 3 प्रतिशत टुटा है जबकि रूपया डॉलर की तुलना में कमजोर रहने के काऱण घरेलु बाजार में यह 1 प्रतिशत गिरा है। अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में उछाल, जो इस महीने की शुरुआत में 20 साल के उच्च स्तर पर पहुंच गया, ने भी सोने पर दबाव डाला है। लेकिन, पिछले सप्ताह में डॉलर 20 साल की उचाई से 1.2 प्रतिशत टूट गया जिससे कीमती धातुओं में तेज़ रही। फिर भी, कीमती धातुए, उच्च अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड से दबाव में रही। अमेरिकी बेंचमार्क ट्रेज़री यील्ड 12 साल के उच्च स्तर के करीब पहुंच चुकी है। बढ़ती यील्ड ने इस साल गैर-उपजाऊ कीमती धातुओं को रखने की अवसर लागत में वृद्धि की है। पिछले सप्ताह यूरोज़ोन में मुद्रास्फीति 9.1 प्रतिशत से बढ़कर 10 प्रतिशत हो गई है, जिससे मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए यूरोपियन यूनियन में भी आक्रामक ब्याज दरे बढ़ने की सम्भवना है।
तकनीकी विश्लेषण
इस सप्ताह कीमती धातुए सीमित दायरे में रहने की सम्भावना है। अक्टूबर वायदा सोने की कीमतों में 49700 रुपये पर सपोर्ट है और 50700 रुपये पर प्रतिरोध है। दिसंबर वायदा चांदी में 55000 रुपये पर सपोर्ट और 59000 रुपये पर प्रतिरोध है।