सोने और चांदी की कीमतों में पिछले सप्ताह कमजोर वैश्विक आकड़ो से तेज़ी दर्ज की गई है क्योकि अमेरिका और यूरोप से जारी होने वाले मैन्युफैक्चरिंग आंकड़े अनुमान से कमजोर दर्ज किये गए है। कमजोर मैन्युफैक्चरिंग आंकड़े, धीमी होती व्यापार गतिविधिओ की और संकेत कर रहे है जो फेड और यूरोपियन सेंट्रल बैंक को आगे ब्याज दर वृद्धि से रोक सकते है। जिससे कीमती धातुओं को राहत मिल रही है। इस बीच, सोने की कीमते चार महीने के निचले स्तरों पर रहने के कारण इसके भाव को सपोर्ट मिला है। हालांकि, रुपये में मजबूती रहने से सोने के भाव में तेज़ी सीमित रही लेकिन निवेशकों का भरोसा चांदी में बढ़ता दिखा। पिछले सप्ताह सोने की कीमतों में 0.75 प्रतिशत की तेज़ रही और ऑक्टूबर वायदा सोने के भाव 58800 रुपये प्रति दस ग्राम के स्तरों पर रहे। चांदी के भाव में पिछले सप्ताह 5 प्रतिशत की तेज़ी दर्ज की गई और इसके भाव 73500 रुपये प्रति किलो के स्तरों पर कारोबार करते दिखे। कमजोर मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई के आकड़ो के कारण अमेरिकी डॉलर दो महीने की उचाई और बेंचमार्क अमेरिकी ट्रेज़री यील्ड कई दशकों की उचाई से पीछे हट गए है, जिससे कीमती धातुओं के भाव में पिछले सप्ताह तेज़ी देखने को मिली है। हालांकि, अमेरिका में उच्च ब्याज दरे लम्बी अवधि के लिए रहने का अनुमान है जो कीमती धातुओं में तेज़ी को सीमित कर सकता है। डॉलर के मुकाबले भारतीय मुद्रा को मजबूत करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के संभावित हस्तक्षेप की अटकलें बाज़ार में चल रही हैं। इस तरह का हस्तक्षेप रुपये के मूल्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है, जिससे रुपये में मजबूती रह सकती है और सोने में तेज़ी सीमित रह सकती है।
तकनिकी विश्लेषण :
इस सप्ताह कीमती धातुओं के भाव सकारात्मक दायरे में रहने की सम्भावना है। एमसीएक्स अक्टूबर वायदा सोने में सपोर्ट 57500 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 59500 रुपये पर है। दिसंबर वायदा चांदी में सपोर्ट 73000 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 76500 रुपये पर है।