कीमती धातुओं में लगातार तीन हफ्ते बढ़ोतरी होने के बाद पिछले सप्ताह थोड़ी मुनाफ़ा वसूली रही और कीमते सकारात्मक दायरे में कारोबार करती दिखी। फेड की बैठक के पहले कीमती धातुओं में नरमी, खरीदारी करने के अवसर हो सकता है क्योंकि भू-राजनितिक तनाव अभी कम नहीं हुआ है और आगे इसके बढ़ने के आसार क़ायम है। भारत में दिवाली करीब होने से सोने -चांदी की खुदरा मांग अच्छी रहने के चलते हाज़िर बाज़ार से भी कीमती धातुओं को सपोर्ट मिला हुआ है। वही इस सप्ताह में फेड की बैठक है जिसमे फेड द्वारा मौद्रिक नीति पर हॉकिश टिपण्णी कीमती धातुओं में कुछ दबाव बना सकती है लेकिन, निवेश और हाज़िर मांग का सपोर्ट रहने के चलते कीमती धातुओं में निचला स्तर सिमित रहने का अनुमान है। हालांकि, इजराइल-अमेरिका और मिड्ल ईस्ट में बढ़ता हुआ तनाव सेफ हैवन मांग बढ़ा रहा है। ग्लोबल आर्थिक आकड़ो में भी पिछले सप्ताह सुधार देखने को मिला है। अमेरिका की जीडीपी और रोज़गार बाज़ार में मजबूती बनी हुई है वही बेंचमार्क ट्रेज़री यील्ड लगातार बढ़ रही है। यूरोप और चीन की अर्थव्यस्था में भी सुधार हुआ है। भूराजनीतिक तनाव और फेड द्वारा ब्याज दरों में वृद्धि, दो विपरीत ट्रिगर कीमती धातुओं के भाव में संतुलन बना रहे है।इस सप्ताह बैंक ऑफ़ जापान, बैंक ऑफ़ इंग्लैंड और फेड की मॉनेटरी पॉलिसी, और अमेरिकी पैरोल डाटा कीमती धातुओं के लिए महत्वपूर्ण रहेंगे।
तकनिकी विश्लेषण :
इस सप्ताह कीमती धातुओं के भाव सीमित दायरे में रह सकते है। एमसीएक्स दिसंबर वायदा सोने में सपोर्ट 59000 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 62000 रुपये पर है। दिसंबर वायदा चांदी में सपोर्ट 69000 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 73000 रुपये पर है।