सोने और चांदी में पिछले तीन हफ्तों से चल रही तेज़ी, मुनाफ़ा वसूली के कारण थम गई है। इस सप्ताह प्रमुख केंद्रीय बैंको की बैठक रहने के चलते कीमती धातुओं में मुनाफ़ा वसूली देखने को मिल रही है। फेड की इस सप्ताह वाली बैठक में 0.25 प्रतिशत की वृद्धि ब्याज दरों में होने का अनुमान है जिससे अमेरिकी डॉलर इंडेक्स 15 महीने के निचले स्तरों से पलट गया है और कीमती धातुओं में मुनाफ़ा वसूली दिख रही है। हालांकि, यह उम्मीद भी बढ़ती दिखाई दे रही है की फेड इस बैठक में कठोर मौद्रिक नीति के अंत की घोषणा कर सकता जिससे कीमती धातुओं की कीमतों में गिरावट सिमित रह सकती है। पिछले सप्ताह चीन से जारी आर्थिक आकड़ो से स्पष्ट हुआ है की आर्थिक विकास धीमा है और इसको बढ़ाने के लिए चीन द्वारा प्रोत्साहन पैकेज दिया गया है जिससे औद्योगिक धातुओं के साथ चांदी के भाव को सपोर्ट मिला है। बाज़ारो की यह उम्मीद की इस बैठक में बढ़ोतरी फेड की साल के लिए आखिरी बढ़ोतरी होगी,और इस साल दरें 5.5 प्रतिशत पर बनी रहेंगी और 2024 से ब्याज दरों में कटौती का अनुमान भी है। फेड के दर वृद्धि चक्र में कोई भी संभावित ठहराव कीमती धातुओं की कीमतों के लिए अच्छा संकेत है, क्योकि पिछले साल से बांड यील्ड में बढ़ोतरी के कारण अवसर लागत प्रभावित हुई है। इस सप्ताह अमेरिकी फेड के साथ, यूरोपियन सेंट्रल बैंक और जापान की मॉनेटरी पालिसी कीमती धातुओं के लिए महत्वपूर्ण रहेंगी।
तकनिकी विश्लेषण :
इस सप्ताह कीमती धातुएँ सिमित दायरे में रह सकती है। एमसीएक्स अगस्त वायदा सोने में सपोर्ट 58000 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 60400 रुपये पर है। सितम्बर वायदा चांदी में सपोर्ट 73000 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 78000 रुपये पर है।