सोने पर दबाव मुख्य रूप से इन उम्मीदों के घटने से आया है कि फेड मार्च 2024 तक दरों में कटौती शुरू कर देगा। लंबी अवधि के लिए उच्च ब्याज दरों की सम्भावना ने सोने के लिए निरंतर प्रतिकूल परिस्थितियों की ओर संकेत किया है, जो सोने में निवेश की अवसर लागत को बढ़ाती है। सीएमई के फेडवॉच टूल के मुताबिक मार्च में 25 आधार अंको को कटौती की सम्भावना अब 51.9 प्रतिशत रह गई है, जो पिछले सप्ताह की सम्भावना 70 प्रतिशत से काफी कम हो गई है। पिछले सप्ताह अमेरिका से जारी रिटेल सेल्स और बेरोज़गारी के दावे उम्मीद से बेहतर दर्ज किये गए है जो इस बात की सम्भावना को बढ़ा रहा है की ब्याज दरों में कटौती मार्च महीने में नहीं होगी। हालांकि, पिछले सप्ताह के अंत तक सोने की कीमते 61500 रुपये के निचले स्तरों को छूने के बाद कीमतों में सुधार हुआ और भाव 62050 रुपये प्रति दस ग्राम के स्तरों पर रहे। एमसीएक्स सोने की कीमतों में पिछले सप्ताह 0.5 प्रतिशत और एमसीएक्स चांदी में 1 प्रतिशत की साप्ताहिक गिरावट दर्ज की गई है।
इस सप्ताह यूरोपियन सेंट्रल बैंक, जापान और केनेडा की मौद्रिक नीति, अमेरिका और यूरोप के मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई और अमेरिका की जीडीपी, कोर पी सी ई प्राइस इंडेक्स के आंकड़े कीमती धातुओं के लिए महत्वपूर्ण रहेंगे।
तकनिकी विश्लेषण
इस सप्ताह सोने और चांदी की कीमते सीमित दायरे में रह सकती है। एमसीएक्स फ़रवरी वायदा सोने में सपोर्ट 61000 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 64000 रुपये पर है। मार्च वायदा चांदी में सपोर्ट 70000 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 74000 रुपये पर है।