सोने और चांदी के भाव पिछले सप्ताह सीमित दायरे में कारोबार करते दिखे। भारतीय बाज़ारों में कामकाजी सप्ताह छोटा रहने के कारण भी कीमती धातुओं के भाव में कारोबार सीमित रहा जिससे भाव सीमित दायरे में बने रहे। पिछले सप्ताह अमेरिका और यूरो जोन से जारी हुए मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई के आंकड़े अनुमान से बेहतर दर्ज किये गए है, जो इस उम्मीद को बढ़ा रहे है की अमेरिकी मौद्रिक नीति में सख्ती अगले कुछ और महीने तक जारी रहेंगी। 2024 में ब्याज़ दरों में कटौती के बावजूद, उच्च ब्याज दरें बुलियन में तेज़ी सीमित करेगा। अमेरिकी आर्थिक और ब्याज दर पर मिले संकेतों के कारण को सोने की कीमतों में दबाव बन रहा है, जिससे निवेश की मांग कम है, जबकि चीन के अधिक प्रोत्साहन उपायों के बाद चांदी में बढ़त देखि जा रही है। कीमती धातुए इन उम्मीदों से दबाव में है कि फेडरल रिजर्व इस साल की शुरुआत के बजाय बाद में ब्याज दरों में कटौती करेगा। शेयर बाज़ारो में तेज़ी ने भी सोने की मांग को कम कर दिया, क्योंकि निवेशकों ने अधिक जोखिम-भरी और उच्च-उपज वाली संपत्तियों की ओर रुख किया हुआ है। हालांकि, मिडिल-ईस्ट में ख़राब भू-राजनीतिक परस्थिति कीमती धातुओं को निचले स्तरों पर सपोर्ट कर रही है।
तकनिकी विश्लेषण
इस सप्ताह सोने और चांदी की कीमतों में दबाव रह सकता है। एमसीएक्स फ़रवरी वायदा सोने में सपोर्ट 61000 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 64000 रुपये पर है। मार्च वायदा चांदी में सपोर्ट 70000 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 74000 रुपये पर है।