अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में निचले स्तरों से उछाल आने के बाद सोने और चांदी की कीमतों में पिछले सप्ताह दबाव बना रहा। फेड के मीटिंग मिनट्स में सभी फेड सदस्यों की ब्याज दर कटौती को लेकर एकमत रहे, लेकिन ब्याज दर कटौती का समय स्पष्ट नहीं रहा, जिससे अमेरिकी डॉलर इंडेक्स और ट्रेज़री यील्ड में तेज़ी रही और कीमती धातुओं के भाव में गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, 2023 के आखिरी कुछ दिनों में सोने में जोरदार तेजी देखी गई, इस आशावाद के बीच कि फेड मार्च 2024 की शुरुआत में दरों में कटौती शुरू कर सकता है। लेकिन नए साल की शुरुआत में कीमती धातुओं को कुछ मुनाफावसूली का सामना करना पड़ा, जबकि निवेशकों ने केंद्रीय बैंक से शुरुआती दरों में कटौती की उम्मीदों को भी कुछ हद तक कम कर दिया है। फेड मीटिंग के मिनट्स के बाद से ही सोने और चांदी में गिरावट देखि जा रही है, मिनट्स में कुछ संकेत दिए गए कि बैंक इस साल दरों में कटौती कब शुरू करेगा। जबकि अधिकांश फेड अधिकारियों ने 2024 में ब्याज दरों में 75 आधार अंकों तक की कटौती देखी, जबकि दर में कटौती के समय पर बहुत कम सहमति रही। 2024 की शुरुआत में सोने में कुछ कमजोरी देखी गई, फिर भी यह 2023 के 10 प्रतिशत से अधिक की बढ़त पर है। इस साल ब्याज दरों में कमी से कीमती धातुओं को लाभ होने की उम्मीद है, क्योकि उच्च दरें खरीदने की अवसर लागत को बढ़ा रही थी।
तकनिकी विश्लेषण
इस सप्ताह सोने और चांदी की कीमते दबाव में रह सकती है। एमसीएक्स फ़रवरी वायदा सोने में सपोर्ट 61000 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 64000 रुपये पर है। मार्च वायदा चांदी में सपोर्ट 69000 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 74000 रुपये पर है।