पिछले सप्ताह अमेरिकी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई ) के आकड़ो में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। फ़ूड, एनर्जी और औद्योगिक धातुओं की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी होने से मुद्रास्फीति में बढ़ोतरी का अनुमान रहा जिसके कारण पिछले सप्ताह में सोने के भाव में लगातार तेज़ी देखि गई। गुरुवार को जारी अमेरिकी आंकड़ों से पता चला है कि जनवरी में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) साल-दर-साल 7.5 प्रतिशत और महीने-दर-महीने 0.6 प्रतिशत बढ़ा है।
कोर सीपीआई महीने-दर-महीने 0.6 प्रतिशत और साल-दर-साल 6 प्रतिशत बढ़ा है। यह 40 वर्षों में मुद्रास्फीति में सबसे बड़ी वार्षिक वृद्धि है। घरेलु वायदा सोने में 1000 रुपये प्रति दस ग्राम तक की तेज़ी देखि गई, हालांकि, मुद्रास्फीति लगातार बढ़ने के कारण निवेशकों द्वारा 50 आधार अंक की बढ़ोतरी की अटकले लगाई जाने लगी है जो अभी 0.25 आधार अंक बढ़ने का अनुमान है। जिससे सोने के भाव में सप्ताह के अंत में मुनाफा वसूली भी देखि गई और भाव 48750 रुपये प्रति दस ग्राम के स्तरों पर रहे।
शुक्रवार को सेंट लुइस फेड के अध्यक्ष जेम्स बुलार्ड ने सीपीआई के आंकड़े जारी होने के बाद कहा कि वह अगली तीन नीति बैठकों में फेड से दरों में पूर्ण बढ़ोतरी की उम्मीद रखते हैं। रेट फ्यूचर सर्वे के मुताबिक 62 प्रतिशत संभावना का संकेत है कि केंद्रीय बैंक मार्च 2022 में जेम्स बुल्लार्ड की टिप्पणी के बाद ब्याज दरों में 50 आधार अंकों की वृद्धि करेगा, यह सम्भावना बुधवार तक 30 प्रतिशत पर थी। जिसके कारण 10 वर्षीय अमेरिकी बॉन्ड यील्ड 2 प्रतिशत के उच्च स्तरों पर पहुंच गई है।
पूर्वी यूरोप में भू-राजनीतिक तनाव भी जारी है क्योंकि रूस और यूक्रेन की फ्रांस और जर्मनी के साथ बातचीत में कोई सफलता हासिल करने में विफल रहे हैं। यूक्रेन के मामले पर रूस ने नाटो में शामिल देशो को कड़ी चेतावनी दी है। भू-राजनीतिक तनाव सोने और चांदी के भाव को लगातार सपोर्ट कर रहा है।
तकनिकी विश्लेषण
इस सप्ताह सोने और चांदी के भाव में तेज़ी रह सकती है। अप्रैल वायदा सोने में 48400 रुपये पर सपोर्ट है और 49000 रुपये पर प्रतिरोध है। मार्च वायदा चांदी में 61200 रुपये पर सपोर्ट और 65000 रुपये पर प्रतिरोध है।