कीमती धातुओं में पिछले सप्ताह भी तेज़ी कायम रही और घरेलु वायदा सोने के भाव 54200 रुपये प्रति दस ग्राम जबकि चांदी के भाव 67200 रुपये प्रति किलो के स्तरों पर पहुंच गए है। डॉलर में पिछले सप्ताह 1 प्रतिशत की तेज़ी रही और इसके भाव 82.45 रुपये रहे। वैश्विक अनिश्चितताओं के कारण कॉमेक्स वायदा में सोने और चांदी में मजबूती रही जबकि डॉलर, जो सोने के विपरीत दिशा में चलता है, में दबाव बना हुआ है। इस सप्ताह प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं से जारी होने वाले आंकड़े कीमती धातुओं के लिए महत्वपूर्ण रहेंगे, जिससे बुलियन की कीमते सकारात्मक दायरे में बनी हुई है। निवेशकों की नज़रे इस सप्ताह फेड की बैठक पर रहेंगी जिससे कीमती धातुओं के भाव में नई दिशा देखने को मिल सकती है। हालाँकि, इस सप्ताह दुनिया भर में जोखिम की भावना थोड़ी बढ़ गई है क्योंकि चीन ने अपने सख्त कोवीड लॉकडाउन उपायों में काफी ढील दी है, दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अब तेज गति बढ़ सकती है लेकिन, दुनिया में सख्त मौद्रिक नीति चीन की अर्थव्यवस्था के लिए चुनौती होगी। चीन द्वारा पिछले सप्ताह 2019 के बाद पहली बार रिज़र्व के लिए 32 टन सोना ख़रीदा गया है। चीन से पहले भारत, कजाकिस्तान, तुर्की और क़तर की केंद्रीय बैंक सोने की खरीद बढ़ा चुकी है। बढ़ती मुद्रास्फीति और सख्त मौद्रिक नीति के बीच प्रमुख केंद्रीय बैंको द्वारा सोने के रिज़र्व में बढ़ोतरी से कीमती धातुओं में तेज़ी बरक़रार रह सकती है।
तकनिकी विश्लेषण
इस सप्ताह कीमती धातुओं में तेज़ी बनी रहने की सम्भावना है। सोने में सपोर्ट 53700 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 55100 रुपये पर है। चांदी में सपोर्ट 66000 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 69000 रुपये पर है।