न्यू ईयर और क्रिसमस के चलते कीमती धातुओं में कारोबार सिमित रहा, हालांकि कीमती धातुओं के भाव मजबूती के साथ सिमित दायरे में बने हुए है। भारत में पिछले एक साल में सोने और चांदी की कीमतों में अच्छी बढ़त दर्ज की गई है जबकि फेड और अन्य प्रमुख केंद्रीय बैंको द्वारा मई 2022 के बाद लगातार की गई ब्याज दर वद्धि के कारण कॉमेक्स वायदा में सोने और चांदी की कीमतों में मामूली बढ़त देखि गई है। हालांकि, लगातार ब्याज दर वृद्धि के कारण मुद्रास्फीति में कुछ कमी देखने को मिली, लेकिन फेड द्वारा ब्याज दर वृद्धि में नरमी से सोने और चांदी के भाव में चमक लौट आई है। नए साल के लिए कोवीड वापसी की चिंता और आर्थिक मंदी की आशंका, कीमती धातुओं के भाव के लिए ट्रिगर रहेगा। डॉलर, जो सोने के विपरीत दिशा में चलता है, में गिरावट से कीमती धातुओं के भाव को सपोर्ट रह सकता है। साल 2022 में क्रिप्टो करेंसी में जबरदस्त बिकवाली और बिटकॉइन जिसको सोने के विकल्प के रूप में देखा जा रहा था, अपने उच्चतम स्तर से 76 प्रतिशत टूट चुका है जिससे निवेशकों का भरोसा सोने पर बना हुआ है। फेड द्वारा ब्याज दरे उम्मीद से ज्यादा बढ़ा दी गई है, और अधिक ब्याज दरों में बढ़ोतरी ग्लोबल अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है जबकि फेड के बाद यूरोपियन सेंट्रल बैंक भी लगातार ब्याज दर बढ़ाने के संकेत दिए है। ग्लोबल शेयर बाज़ारो से मिले-जुले संकेत, निवेशकों को सेफ हैवन की तरफ आकर्षित कर सकता है। इस सप्ताह ओपेक - नॉन ओपेक देशो की बैठक, फेड बैठक के मिनट्स और अमेरिकी पैरोल के आंकड़े कीमती धातुओं के लिए महत्वपूर्ण रहेंगे।
तकनिकी विश्लेषण
इस सप्ताह कीमती धातुओं में तेज़ी रहने की सम्भावना है। सोने में सपोर्ट 54400 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 55500 रुपये पर है। चांदी में सपोर्ट 68000 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 70500 रुपये पर है।