पिछले सप्ताह सोने की कीमतों में 1 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई है जबकि चांदी के भाव सपाट रहे है। अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में छोटी अवधि में हो रही गिरावट पिछले सप्ताह में थमती नज़र आई जिसके कारण कीमती धातुओं में तेज़ी सीमित रही। अमेरिका से जारी होने वाले बेरोज़गारी के दावे और रिटेल सेल्स के बेहतर आकड़ो के रहते चांदी के भाव में दबाव बना हालांकि, सोने के भाव में तेज़ी रही। अमेरिकी फ़ेडरल रिज़र्व के अधिकारियों द्वारा ब्याज दर पर आक्रामक बयान से कीमती धातुओं में मुनाफा वसूली हावी होती नज़र आई। फेड अधिकारियों ने संकेत दिए है की ब्याज दर वृद्धि की गति धीरे हो सकती है लेकिन ब्याज दर बढ़ोतरी होती रहेगी। जिससे अमेरिकी बेंचमार्क ट्रेज़री यील्ड में निचले स्तरों से सुधार रहा और अमेरिकी डॉलर इंडेक्स की गिरावट थमती नज़र आई। मजबूत रिटेल सेल्स के आकड़ो से सम्भावना है की अमेरिकी मुद्रास्फीति अपने उच्च स्तरों पर बनी रह सकती है इसलिए सेंट लुईस फेड प्रेसिडेंट बुलार्ड द्वारा 150 आधार अंको से ब्याज दर बढ़ोतरी करने की आवश्यकता जताई है। हालांकि, चीन कोवीड ऑउटब्रेक के कारण अपने सात महीनो के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। यहां लॉकडाउन उपायों के कारण आर्थिक गतिविधियों में और ठंडक रहने की सम्भावना है। रूस -यूक्रेन युद्ध बढ़ने की आशंका और धीमे आर्थिक विकास से कीमती धातुओं के भाव को सपोर्ट मिला हुआ है।
तकनीकी विश्लेषण
इस सप्ताह फेड की बैठक के मिनट्स जारी होंगे जिससे कीमती धातुओं में मुनाफ़ा वसूली देखने को मिल सकती है। दिसम्बर वायदा सोने की कीमतों में 52000 रुपये पर सपोर्ट है और 53700 रुपये पर प्रतिरोध है। दिसंबर वायदा चांदी में 60000 रुपये पर सपोर्ट और 63500 रुपये पर प्रतिरोध है।