मार्च के शुरुवाती महीने में निचले स्तरों से उछाल होने के बाद कीमती धातुओं के भाव मे दबाव बढ़ने लगा है। सोने में पिछले दो सप्ताह तक कीमते सकारात्मक रहने के बाद पिछले सप्ताह ऊपरी स्तरों पर दबाव बना और घरेलु वायदा सोने मे 500 रुपय प्रति दस ग्राम की मंदी देखि गई और कीमते 44500 रुपय के स्तरों पर रही। चांदी के भाव में ऊपरी स्तरों से 4900 रुपय प्रति किलो तक की साप्ताहिक मंदी देखि गई, लेकिन इसमें निचले स्तरों से सुधार भी आया और चांदी के भाव सप्ताह मे 2500 रुपय की मंदी रहने के साथ 65000 रुपय प्रति किलो के करीब कारोबार किया।
डॉलर इंडेक्स अपने निचले स्तरों से ऊपर बढ़ने की कोशिश मे दिखाई पड़ता है। जो सोने की कीमतों को आगे भी दबाव मे रख सकता है। बढ़ती हुई ट्रेज़री उपज ने भी सोने की कीमतों पर दबाव बनाया है। पिछले सप्ताह अमेरिका से जारी होने वाले बेरोज़गारी के दावे एक साल के निचले स्तरों पर पहुंच गए है। अमेरिकी तिमाही जीडीपी मे भी बढ़त दर्ज की गई है।
अर्थव्यवस्था मे सुधार से ट्रेज़री उपज में बढ़त होने से निवेशकों का रुझान बॉन्ड निवेश मे बढ़ा है जो डॉलर को सपोर्ट कर रहा है। उभरती अर्थव्यवस्थाओं की मुद्राओं मे रुपया डॉलर की अपेक्षा मजबूत हुआ है और एक साल की उचाई पर पहुंच गया है। सोने मे कस्टम ड्यूटी घटने के बाद, रुपये मे मजबूती आयात को सस्ता बना रहा है जिससे सोने की कीमतों मे दबाव है। सोने मे वर्तमान निचले स्तरों पर ज्वेलर्स की मांग बढ़ने की सम्भावना है।
आगामी सम्भावना
इस सप्ताह सोने के भाव में दबाव बना रह सकता और अप्रैल वायदा सोने मे 43700 रुपये पर सपोर्ट है और 45200 रुपये पर प्रतिरोध है। चांदी में 63500 रुपये पर सपोर्ट तथा 68500 रुपये पर प्रतिरोध है।