सोने और चांदी के भाव में पिछले सप्ताह भी गिरावट दर्ज की गई है। कीमती धातुओं के भाव कोरोना वायरस के नए संस्करण ओमीक्रॉन आने के कारण निचले स्तरों पर सपोर्ट लेते दिखे और एक सीमित दायरे में रहे। साउथ अफ्रीका में बदले हुए वायरस के इस रूप के कारण निवेशक जोखिम भरी संपत्ति में निवेश से पीछे हटते दिखे।
वायरस के नए संस्करण का फैलाव कई देशो में हो चुका है और इसके बढ़ते प्रभाव के कारण कीमती धातुओं की मांग मजबूत होने की सम्भावना बढ़ने लगी है। भारत में भी ओमीक्रॉन के मामले मिल चुके है और प्रभावितो की कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं थी जिससे यह अनुमान है की इसके फैलने की गति तेज़ है। आने वाले दिनों में वायरस का प्रभाव बढ़ता है तो यह सोने के भाव को सपोर्ट कर सकता है। अभी इसके कोई ज्यादा घातक परिणाम सामने नहीं आये है लेकिन यह अर्थव्यवस्था की गति को धीमा करने में सक्षम है जिसके कारण कीमती धातुओं में निवेश की मांग बढ़ सकती है।
जबकि अमेरिकी फेड के इन संकेतो से कि मुद्रास्फीति के दबाव को कम करने के लिए उम्मीद से पहले परिसंपत्ति की कमी और ब्याज दरों में वृद्धि की गति को तेज करेगा, जिससे सोने और चांदी के भाव में दबाव बना हुआ है। इस बीच, गुरुवार को जारी अमेरिकी आंकड़ों से पता चला है कि पूरे सप्ताह में 222,000 प्रारंभिक बेरोजगार दावे दायर किए गए, जो अनुमान से बेहतर रहे।
जबकि अमेरिकी नॉनफार्म एम्प्लॉयमेंट चेंज के आंकड़े अनुमान से कमजोर दर्ज किये गए जिससे सोने और चांदी के भाव को सपोर्ट मिला है। सोने के विपरीत चलने वाला, डॉलर में अभी मजबूती बनी हुई है जबकि अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में अस्थिरता है। इस सप्ताह मुद्रास्फीति के आंकड़े कीमती धातुओं के लिए महत्वपूर्ण होंगे।
तकनीकी विश्लेषण
इस सप्ताह सोने और चांदी के भाव सीमित दायरे में रह सकते है। फ़रवरी वायदा सोने में 47000 रुपए पर सपोर्ट और 48600 रुपए पर प्रतिरोध है। मार्च वायदा चांदी में 59800 रुपए पर सपोर्ट और 62700 रुपए पर प्रतिरोध है।