अर्थव्यवस्था मे महामारी के कारण हो रहे उतर चढ़ाव के के साथ ही औद्योगिक धातुओं के भाव सात साल के उच्च स्तरों पर पहुंच गए है। पिछले सप्ताह एमसीएक्स दिसंबर वायदा कॉपर और निकल क्रमशः 1 प्रतिशत और 5 प्रतिशत तक तेज़ हुए है। पर्यावरण के प्रति जागरूकता और पर्यावरण के अनुकूल कारों और ऊर्जा स्रोतों के लिए वैश्विक मांग बदल रही है, ऐसे में उपयोग की जाने वाली प्रमुख धातुओं के लिए बाजार में एक सवाल उठता हैं: क्या इन प्रमुख धातुओं की पर्याप्त आपूर्ति होगी। गुरुवार को चीनी स्टील मिलों की मांग के कारण निकल तेज़ हुआ है। कोवीड से उबरने के बाद दुनिया के सबसे बड़े औद्योगिक धातुओं के उपभोक्ता चीन मे, मिलो से कच्चे माल की मांग आने लगी है।
डॉलर इंडेक्स मे आई गिरावट औद्योगिक धातुओं की खरीद को सस्ता कर रहा है। कोरोना वायरस टीकों पर आने वाली सकारात्मक जानकारी वायरस द्वारा बनाई गई अनिश्चितता कम होती है। नवंबर के लिए चीन का मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई 52.1 तक बढ़ गया, जबकि बड़ी कंपनियों और राज्य के स्वामित्व वाले क्षेत्र के बाहर गति विधि का स्पष्ट चित्र देने वाला कैक्सिन मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई 54.9 के दस साल के उच्च स्तर पर पहुंच गया है।
निर्माण सूचकांक विशेष रूप से मजबूत है, जो 59.8 से बढ़कर 60.5 हो गया है। कॉपर की कीमतें हमेशा अर्थव्यवस्था के स्वास्थ की तरफ संकेत करती है। चीनी नए साल के पहले चीनी मिलो द्वारा स्टॉक करने के कारण भी औद्योगिक धातुओं के भाव बढ़ रहे है। औद्योगिक धातुओं के भाव मे तेज़ी अर्थव्यवस्था मे विकास की संभावना को बढ़ाता है।
तकनीकी विश्लेषण:
औद्योगिक धातुओं मे इस सप्ताह तेज़ी जारी रह सकती है। दिसंबर वायदा कॉपर मे 585 रुपय के निचले स्तरों पर सपोर्ट है तथा 608 रुपय पर प्रतिरोध है। निकल मे 1275 रुपय के निचले स्तरों पर सपोर्ट और 1313 रुपय पर प्रतिरोध है।