कॉमेक्स में सोने की कीमते 9 महीने की उचाई 1941 डॉलर प्रति औंस, की उचाई पर चल रही है जबकि एमसीएक्स में सोना उच्चतम स्तरों पर चल रहा है। हालांकि, चांदी की कीमतों में, औद्योगिक मांग में कमी के रहते दबाव देखने को मिल रहा है। साल 2023 में आर्थिक मंदी का डर अभी बना हुआ है और कीमती धातुओं में निवेशकों को आगे के नज़रिये के लिए अमेरिका के प्रमुख आकड़ो का इंतजार है। पिछले सप्ताह चीन में लूनर न्यू ईयर हॉलिडे के चलते वैश्विक बाज़ारो में कारोबार कम रहा। बेंचमार्क अमेरिकी ट्रेज़री यील्ड में दबाव बना हुआ है जिसके कारण अमेरिकी डॉलर, जो सोने के विपरीत दिशा में चलता है, में दबाव बना हुआ है और पिछले सप्ताह यह 101 के स्तरों को छु चूका है। अमेरिकी फेड द्वारा ब्याज़ दर वृद्धि पर नरमी दिखाई गई है जबकि यूरोपियन सेंट्रल बैंक अगली दो बैठकों में 0.50 प्रतिशत वृद्धि करने का अनुमान है। हाल के सप्ताहों में, कीमती धातुओं के भाव में हैवन मांग और फेडरल रिजर्व द्वारा आने वाले महीनों में ब्याज दरों में वृद्धि की गति को धीमा करने की बढ़ती उम्मीदों से, कीमती धातुओं में तेजी आई है। निवेशकों की इन उम्मीदों से डॉलर और अमेरिकी ट्रेज़री यील्ड में गिरावट आई है और कीमती धातुओं को इससे फायदा हुआ है। हालांकि, फेड द्वारा ब्याज दर वृद्धि को धीमा किया गया है, लेकिन इसके उच्चतम स्तर के बारे में कोई संकेत नहीं है और मुद्रास्फीति अभी भी 40 साल की उचाई के करीब बनी हुई है। अमेरिकी डेब्ट सीलिंग लिमिट की चिंता भी निवेशकों को कीमती धातुओं की और आकर्षित कर रही है।
इस सप्ताह अमेरिकी पैरोल के आंकड़े, एफओएमसी और यूरोपियन सेंट्रल बैंक की बैठक, और भारतीय आम बजट कीमती धातुओं के लिए महत्वपूर्ण है, जिससे इनके भाव को नई दिशा मिल सकती है।
तकनिकी विश्लेषण
इस सप्ताह कीमती धातुओं के भाव में महत्वपूर्ण इवेंट्स के चलते अस्थिरता रहने की सम्भावना है। सोने में सपोर्ट 56000 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 58000 रुपये पर है। चांदी में सपोर्ट 66500 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 70500 रुपये पर है।