कीमती धातुओं के भाव मे निचले स्तरों से आया सुधार, सप्ताह के अंत तक नहीं टिक पाया और भाव मे बिकवाली का दबाव देखा गया। घरेलु वायदा सोना 48374 रुपय प्रति दस ग्राम के ऊपरी स्तरों को छूने के बाद 1000 रुपय टूट कर 47300 के स्तरों पर कारोबार किया। घरेलु वायदा चाँदी भी 70700 प्रति किलो के ऊपरी स्तरों को छूने के बाद, 2200 रुपय टूट कर 68500 रुपय पर पहुंच गई। हालांकि पिछले सप्ताह कीमतें सपाट रही है। डॉलर इंडेक्स में चार दिन की गिरावट के बाद गुरुवार को तेज़ी आई जिससे सोने में गिरावट रही।
सिल्वर इंस्टीट्यूट ने बुधवार को कहा कि चाँदी की वैश्विक मांग 2021 में बढ़कर 1.025 बिलियन औंस हो जाएगी, जो कि आठ साल में सबसे अधिक है, क्योंकि निवेशकों और उद्योग ने चाँदी की खरीद को बढ़ाया है। कोरोनोवायरस प्रकोप ने निवेशकों के बीच चाँदी के भंडार में तेजी ला दी है, जिसे सोने की तरह पारंपरिक रूप से धन संचय करने के लिए एक सुरक्षित निवेश के रूप में देखा जाता है।
सिल्वर इंस्टिट्यूट के मुताबिक बार और कॉइन की मांग 257 मिलियन औंस तक बढ़ने का अनुमान है। इंस्टिट्यूट ने औद्योगिक मांग मे पिछले साल की अपेक्षा 9 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान लगाया है। लेकिन माइन से चाँदी की मांग की अपेक्षा आपूर्ति अधिक रहने का अनुमान भी है जिसमे सिल्वर ईटीएफ की मांग को शामिल नहीं किया है।
महत्वपूर्ण तकनीकी स्तर:
इस सप्ताह अप्रैल वायदा सोने के भाव सीमित दायरे मे रहने की संभावना है और इसमे 46700 रुपय के निचले स्तरों पर समर्थन तथा 47700 रुपय के ऊपरी स्तरों पर प्रतिरोध है। मार्च वायदा चाँदी के भाव मे हल्की तेज़ी रहने की सम्भावना है और इसमें 67000 रुपय पर समर्थन और 71000 रुपय पर प्रतिरोध है।
प्रमुख आंकड़े:
बुधवार को अमेरिका से जारी होने वाले रीटेल सेल्स और फ़ेडरल रिज़र्व की बैठक प्रमुख है।