सोने के भाव एमसीएक्स और कॉमेक्स में लगातार चार सप्ताह से बढ़त बनाए हुए है। सोने के विपरीत चलने वाला डॉलर इंडेक्स पिछले चार सप्ताह से सीमित दायरे में बना हुआ है और ऊपरी स्तरों पर इसमें दबाव भी रहा है जिसके चलते सोने के भाव को अच्छा सपोर्ट मिला है।
अमेरिका की लम्बी अवधि की बांड उपज में लगातार तीसरे सप्ताह गिरावट दर्ज की गई है और 10 साल की बांड उपज 1.54 प्रतिशत से घटकर 1.33 प्रतिशत तक के स्तरों पर है। निवेश के लिहाज से सोने के विकल्प के रूप में देखे जाने वाले बिटकॉइन में बिकवाली का दबाव बना हुआ है और यह पिछले सप्ताह 6 प्रतिशत टूट गया है जिससे निवेशकों का रुझान सोने की तरफ बना हुआ है।
अमेरिकी फेड प्रमुख जेरोम पावेल ने अपने बयान में मुद्रास्फीति को अस्थाई बताया है और सेंट्रल बैंक द्वारा अमेरिकी अर्थव्यवस्था को सपोर्ट करते रहने को कहा। हालांकि, निवेशकों को व्यापक रूप से उम्मीद है कि फेड 2022 के अंत तक संपत्ति की कमी शुरू कर देगा और 2022 की शुरुआत में ब्याज दर में वृद्धि की भी संभावना है।
लेकिन यह भी स्वीकार करना होगा कि कोविड डेल्टा संस्करण का डर एक बड़ा आर्थिक जोखिम बना हुआ है जिससे सोने के भाव को सपोर्ट है। सोने के प्रमुख उपभोक्ता चीन से दूसरी तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े अनुमान से कम दर्ज किये गए है। कच्चे माल की उच्च लागत और नए कोविड -19 के बढ़ते मामले जीडीपी में धीमी वृद्धि के कारण रहे है।
घरेलु वायदा सोना 0.7 प्रतिशत सप्ताह में तेज़ रहा और कीमते 48250 रुपये प्रति दस ग्राम के करीब रही। चांदी के भाव में भी सुधार रहा लेकिन यह सप्ताह में सपाट रह कर 69300 रुपये प्रति किलो पर रहे।
तकनीकी विश्लेषण
इस सप्ताह सोने और चांदी में हल्के सुधार के बाद तेज़ी रहने के आसार नज़र आ रहे है। सोने में 48600 रुपये पर प्रतिरोध और 47500 रुपये पर सपोर्ट है। चांदी में 71000 रुपये पर प्रतिरोध और 68400 रुपये पर सपोर्ट है।