सोने और चांदी में फेड के मिनट्स जारी होने के बाद अमेरिका में थैंक्स गिविंग डे के चलते सिमित दायरे में कारोबार रहा। हालांकि, अमेरिकी ट्रेज़री यील्ड और डॉलर इंडेक्स में नरमी के कारण सोने के भाव को सपोर्ट मिल रहा है। जबकि यूरोज़ोन से जारी होने वाले मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई के आंकड़े अनुमान से बेहतर दर्ज किये गए जिससे यूरोमें मजबूती पिछले सप्ताह भी क़ायम रहीऔर डॉलर इंडेक्स में दबाव रहा। रुपये में कमजोरी से भी सोने की कीमतों को सपोर्ट मिलाहुआ है।
नवंबर की शुरुआत से ही अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड में भारी गिरावट देखी गई है, जो छह प्रतिशत या लगभग तीस आधार अंक से घट गई है। और, अमेरिकी डॉलर ने अन्य प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले कमज़ोरी दिखाई है, जिससे यह सूचकांक 106 के उच्च स्तरों से गिरकर 103.70 से नीचे आ गया है,जो लगभग तीन प्रतिशत की गिरावट का संकेत देता है। फेडरल रिजर्व द्वारा दरों में निरंतर बढ़ोतरी की उम्मीदों और अगले वर्ष के लिए मुद्राबाजार वायदा द्वारा अनुमानित 85 आधार अंकों की कटौती की उम्मीदों से सोने की राह स्थिर बनी हुई है।
मुद्रास्फीति अनुमान की रिपोर्ट के मुताबिक, उपभोक्ताओं को अगले पांच वर्षों में लगभग 3.2 प्रतिशत की मुद्रास्फीति दर की उम्मीद है। इस अनुमान पर बारीकी से नजर रखी जाती है क्योंकि यह फेडरल रिजर्व के ब्याज दर निर्णयों को प्रभावित कर सकता है और अगर उम्मीदें ऊंची बनी रहती हैं तो मुद्रास्फीति के मजबूत होने पर लगातार चिंता को दर्शाता है।
तकनिकी विश्लेषण : इस सप्ताह कीमती धातुओं के भाव में तेज़ी रह सकती है। एमसीएक्स दिसंबर वायदा सोने में सपोर्ट 60000 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 62500 रुपये पर है। दिसंबर वायदा चांदी में सपोर्ट 71000 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 76000 रुपये पर है।