अमेरिका के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में साल-दर-साल वृद्धि सितंबर में 5.4 प्रतिशत की वृद्धि को पार कर गई है। सितंबर से लेकर अक्टूबर तक अमेरिका में, कीमतों में 0.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो जून के बाद से महीने-दर-महीने की उच्चतम वृद्धि है। कच्चे तेल, गैस और खाद्य सामग्री की बढ़ती लागत के कारण अमेरिकी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पिछले वर्ष की तुलना में अक्टूबर में 6.2 प्रतिशत पर पहुंच गया है। यूएस सीपीआई डेटा के अनुसार, जो यह मापता है कि उपभोक्ता वस्तुओं और सेवाओं के लिए कितना भुगतान करता है, बढ़कर 4.6 प्रतिशत हो गया है, जो कि संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएस) में 1990 में देखी गई मुद्रास्फीति का उच्चतम स्तर है। जिसके कारण पिछले सप्ताह घरेलु वायदा सोना 1400 रुपये प्रति दस ग्राम और चांदी 3000 रुपये प्रति किलो तक तेज़ हुई है।
मुद्रास्फीति हाल के महीनों में श्रमिकों को मिलने वाले वेतन में मजबूत लाभ को कम कर रही है और राजनितिक मुश्किलें बढ़ा रही है। लगभग एक दशक पहले की बड़ी मंदी के बाद की तुलना में महामारी से उबरने के दौरान नौकरी और वेतन वृद्धि अधिक अच्छी रही है। लेकिन उस मंदी के बाद के वर्षों के विपरीत, मुद्रास्फीति अब तेजी से बढ़ रही है और अर्थव्यवस्था में विश्वास को कम कर रही है।
जिसके कारण निवेश के लिए सुरक्षित मांग बढ़ती जा रही है। खाद्यान्न, खाद्य तेल, धातु और बिजली आपूर्ति समेत आवश्यक वस्तुओं के दाम बढ़ने से और दुनिया भर में आपूर्ति बाधित होने से महंगाई बढ़ रही है। हालांकि, अमेरिकी फेड का मुद्रास्फीति लक्ष्य 2 प्रतिशत है जो पहले से ही इस स्तर से काफी ऊपर है लेकिन अर्थव्यवस्था की वर्तमान स्थिति के अनुसार और अधिक आर्थिक सुधारों की आवश्यकता है। अमेरिकी फेड और यूरोपीय सेंट्रल बैंक ने कहा है कि वे बांड खरीद को कम कर रहे हैं, लेकिन निकट अवधि में ब्याज दर में वृद्धि नहीं करने जा रहे हैं क्योंकि अर्थव्यवस्था को महामारी के कारण बिगड़ी हुई आर्थिक स्थिति से बाहर आने के लिए अधिक नौकरियों और प्रोत्साहन की आवश्यकता है।
तकनिकी विश्लेषण
इस सप्ताह सोने और चांदी के भाव तेज़ रह सकते है। दिसंबर वायदा सोने में 49700 रुपये पर प्रतिरोध और 48000 रुपये पर सपोर्ट है। चांदी में 69000 रुपये पर प्रतिरोध और 63500 रुपये पर सपोर्ट है।