भारत में शादियों का सीजन के दौरान सोने की कीमतों में बड़ा सुधार देखने को मिला है। पिछले सप्ताह एमसीएक्स में जून वायदा सोना 1.7 प्रतिशत टूट कर 59800 रुपये प्रति दस ग्राम के स्तरों पर पहुंच गया। लगातार दो हफ्तों से सोने की कीमतों में ऊपरी स्तरों पर दबाव बना हुआ है और यह अपने उच्चतम स्तरों से 2000 रुपये प्रति दस ग्राम घट चुका है। दरअसल, अमेरिकी डेब्ट सीलिंग पर बिडेन प्रशाशन आशावादी रहा है और उम्मीद है की इसकी लिमिट बढ़ा दी जाएगी जिससे डेब्ट सीलिंग को लेकर चल रही अनिश्चितता कम हुई है और कीमती धातुओं के भाव में दबाव बना है। पिछले सप्ताह फेड चेयर जेरोम पॉवेल के अतिरिक्त अन्य फेड मेंबर्स की स्पीच से स्पष्ट हुआ है की ज्यादातर फेड मेंमबर आगे भी ब्याज़ दरों में वृद्धि के पक्ष में बने हुए है, जिससे बेंचमार्क अमेरिकी ट्रेज़री यील्ड और डॉलर इंडेक्स में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। कॉमेक्स वायदा बाजार में सोना 2089 डॉलर के उच्च स्तरों से टूट कर 1970 डॉलर प्रति औंस के निचे फिसल गया है। हालांकि, फेड मेंबर्स की मॉनेटरी पॉलिसी पर हॉकिश टिपण्णी के बाद, पिछले दो सप्ताह में डॉलर 1 रुपये मजबूत होकर 82.70 रुपये के स्तरों पर पहुंच गया है, जिससे घरेलु वायदा बाज़ार में सोने की गिरावट सीमित रही है। अमेरिका से जारी होने वाले रिटेल सेल्स के आकड़ो में पिछले महीने की तुलना में बढ़ोतरी दर्ज की गई है और बेरोज़गारी के दावे में कमी दर्ज की गई, जिससे संकेत मिलते है की उच्च ब्याज दरे रहने के बावजूद अर्थव्यवस्था मजबूत है इसके परिणाम स्वरुप फेड सदस्यों की टिपण्णी हॉकिश रही है। इस सप्ताह एफओएमसी मीटिंग के मिनट्स, अमेरिकी जीडीपी, बेरोज़गारी दावे और कोर पीसीई प्राइस इंडेक्स के आंकड़े महत्वपूर्ण रहेंगे।
तकनिकी विश्लेषण :
इस सप्ताह कीमती धातुओं में दबाव बने रहने की सम्भावना है। एमसीएक्स जून वायदा सोने में सपोर्ट 58000 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 61800 रुपये पर है। जुलाई वायदा चांदी में सपोर्ट 70000 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 74000 रुपये पर है।