प्रमुख केंद्रीय बैंकों द्वारा इस सप्ताह अपनी संबंधित बैठकों में अपनी मौद्रिक नीतियों को सख्त करने के बाद कीमती धातुओं में तेज़ी रही और सोने के भाव एक महीने की उचाई पर पहुंच गए। डॉलर जो आम तौर पर सोने के विपरीत चलता है, अमेरिकी फेड और यूरोपियन सेंट्रल बैंक द्वारा अपने कोविड-19 आर्थिक प्रोत्साहन को वापस लेने के बाद फिसल गया।
पिछले सप्ताह सोना 1 प्रतिशत और चांदी 1.7 प्रतिशत तेज़ हुई है। प्रमुख केंद्रीय बैंक उच्च मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए मौद्रिक नीतियों को सख्त कर रहे हैं, साथ ही ओमीक्रॉन कोवीड-19 संस्करण के प्रभाव पर भी नजर रख रहे हैं।
मौद्रिक नीति में सख्ती सोने और चांदी के भाव के लिए नकारात्मक प्रभाव देता है, लेकिन बाज़ारो ने इस खबर को पहले ही भुना लिया था जिसके कारण कीमती धातुओं में तेज़ी रही और डॉलर इंडेक्स में दबाव बना। अमेरिकी फेड के साथ यूरोपियन सेंट्रल बैंक ने भी कोवीड राहत पैकेज में मार्च तक कटौती करने को कहा है।
इस बीच, यूरोपीय सेंट्रल बैंक ने 6 महीनो के लिए नियमित मासिक बांड-खरीद को बढ़ावा दिया जिससे कीमती धातुओं में तेज़ी रही। जबकि फेड द्वारा मार्च 2022 मे 0.75 प्रतिशत ब्याज दर बढ़ाने की योजना है। बैंक ऑफ़ इंग्लैंड ने अपनी ब्याज दरों में 0. 25 प्रतिशत की वृद्धि कर दी है।
जबकि बैंक ऑफ़ जापान ने सरल मौद्रिक नीति रखने के साथ आपातकालीन कोवीड -19 फण्ड को घटाने के सन्देश दिए है। केंद्रीय बैंकों के सख्त मौद्रिक नीति के आत्मविश्वाश से कच्चे तेल का रुझान पिछले सप्ताह तेज़ी का रहा और अमेरिका से बेरोज़गारी दावे के आकड़ो में बढ़ोतरी दर्ज की गई जिसके कारण सोने और चांदी के भाव को सपोर्ट रहा है।
इस सप्ताह सोने और चांदी के भाव पर बुधवार को अमेरिका से जारी होने वाले कंस्यूमर कॉन्फिडेंस और गुरुवार को कोर पीसीई प्राइस इंडेक्स के आकड़ो का प्रभाव रहेगा।
तकनिकी विश्लेषण
इस सप्ताह सोने और चांदी के भाव में निचले स्तरों पर सपोर्ट रह सकता है। सोने में 48200 रुपये पर सपोर्ट और 49000 रुपये पर प्रतिरोध है। चांदी में 61400 रुपये पर सपोर्ट और 63000 रुपये पर प्रतिरोध है।