कीमती धातुओं में मुनाफा वसूली के बाद पिछले सप्ताह तेज़ी लोट आई और सोने के भाव 800 रुपये तेज़ हो कर 53900 रुपए प्रति दस ग्राम के स्तरों को छू गए , जो तीन महीने का उच्च स्तर है। चांदी की कीमतों में भी 2400 रुपए की तेज़ी देखि गई और भाव 65600 रुपए प्रति किलो के स्तरों तक पहुंच गए। सोने के भाव नौ महीने के सीमित दायरे को तोड़ कर अपने उच्चतम स्तर 56000 के करीब पहुंच गए है। वर्ल्ड गोल्ड कौसिंल के मुताबिक प्रमुख केंद्रीय बैंक द्वारा बढ़ती हुई मुद्रास्फीति से बचने के लिए सोने की बड़ी मात्रा में खरीद की है। सोने की मांग में इस साल 28 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई जो सितम्बर 2022 तक 1181 टन पहुंच चुकि है। इस साल प्रमुख रूप से सोने की खरीद में तुर्की, उज्बेकिस्तान, भारत और क़तर की केंद्रीय बैंक शामिल है। ब्याज दरों में बढ़ोतरी के कारण 2022 में रुपया, डॉलर की तुलना में लगभग 10 प्रतिशत अवमूल्य हुआ है जिसकी हेजिंग के लिए आरबीआई द्वारा सोने की खरीद की गई है। भारत में ज्वेलर्स की मांग के अतिरिक्त इस साल आरबीआई की खरीद के रहते, सोने की कीमतों में मजबूती बनी हुई है।
गुरुवार को फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल द्वारा दिए गए अपने बयान में मुद्रास्फीति पर अपना रुख नरम कर लिया है औरआने वाली फेड बैठक में ब्याज दरों में कम कटौती की बात कही है क्योकि अब तक हुई ब्याज दर बढ़ोतरी का आने वाले साल में अर्थव्यवस्था पर क्या असर रहेगा, इसके परिणाम पर फेड की नज़रे रहेंगी। हालांकि, फेड चेयर ने आगाह किया की आगे मुद्रास्फीति कम नहीं हुई तो अनुमान से अधिक ब्याज दर बढ़ोतरी होगी।
पिछले रिटेल सेल्स केआकड़ो में बढ़ोतरी रही जबकि पर्सनेल कंसम्पशन एक्सपेंडिचर प्राइस इंडेक्स अपने टारगेट से ऊपर चल रहा है जिससे मुद्रास्फीति में कमी की सम्भावना कम है। अमेरिका से जारी बेरोज़गारी के दावे में कमी और जोल्ट्स जॉब ओपनिंग के आंकड़े अमुमान से बेहतर दर्ज किये गए है, लेकिन अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में गिरावट, कीमती धातुओं के भाव को लगातार सपोर्ट कर रही है। डॉलर इंडेक्स 105 के स्तरों के नीचे फिसल गया है जबकि अमेरिकी बेंचमार्क ट्रेज़री यील्ड घट कर 3.6 प्रतिशत हो गई है।
तकनीकी विश्लेषण
इस सप्ताह कीमती धातुओं में तेज़ी जारी रहने की सम्भावना है। सोने की कीमतों में 52000 रुपये पर सपोर्ट है और 56000 रुपये पर प्रतिरोध है। चांदी में 62000 रुपये पर सपोर्ट और 68000 रुपये पर प्रतिरोध है।