अमेरिका से जारी होने वाले आर्थिक आकड़ो से पिछले सप्ताह बाज़ारो में मिले जुले संकेत रहे, जिससे सोने और चांदी में साप्ताहिक गिरावट दर्ज की गई है। नॉन फॉर्म एम्प्लॉयमेंट चेंज के आंकड़े अप्रैल माह में घट कर 431 हजार रह गए जिससे सोने और चांदी के भाव को सपोर्ट मिला।
जबकि बेरोज़गारी दर में मजबूती देखि गई है। रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता में हुई थोड़ी प्रगति से अमेरिकी डॉलर इंडेक्स और बांड यील्ड में निचले स्तरों से सुधार दर्ज किया गया जिसके सोने और चांदी के भाव में दबाव दिखाई दिया।
हालांकि, कीमती धातुओं में कीमते अभी गिरावट के साथ एक सीमित दायरे में चल रही जिससे आगे इनमे उछाल भी देखने को मिल सकता है। जून वायदा सोने के भाव पिछले सप्ताह में 1500 रुपये प्रति दस ग्राम और मई वायदा चांदी के भाव 3200 रुपये प्रति किलो तक टूटने के बाद हिन्दू नव वर्ष की शुरुवात के पहले ही निचले स्तरों से सुधार रहा और सोना पिछले सप्ताह में 1 प्रतिशत और चांदी 2.5 प्रतिशत टूट कर क्रमश 51900 और 67000 के स्तरों पर रहे।
भारतीय सराफा बाज़ारो में शादियों का सीजन शुरू होने के पहले ज्वेलर की मांग बढ़ने की सम्भावना है। निचले स्तरों पर सोने और चांदी की हाजिर मांग आने की सम्भावना से कीमती धातुओं के भाव में उछाल देखने को मिल सकता है।
उधर, ऊर्जा की कीमतों में मजबूती भी सोने और चांदी के भाव को सपोर्ट करती दिख रही है क्योकि पिछले सप्ताह में ओपेक और नॉन ओपेक देशो के समूह की बैठक में पूर्व आधारित योजना के अनुसार ही कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाया जायेगा जबकि बढ़ी हुई तेल की मांग और रूस पर प्रतिबंध के कारण, तेल और गैस के भाव मजबूत है जिसके कारण मुद्रास्फीति के नियंत्रण में ज्यादा वक्त लगेगा।
तकनीकी विश्लेषण
इस सप्ताह सोने और चांदी के भाव सीमित दायरे में रह सकते है। जून वायदा सोने में 51200 रुपये पर सपोर्ट और 52500 रुपये पर प्रतिरोध है। मई वायदा चांदी में 65000 रुपये पर सपोर्ट और 69000 रुपये पर प्रतिरोध है।