सोने और चांदी के भाव में निचले स्तरों पर कुछ सुधार देखा गया लेकिन कीमती धातुए लगातार तीसरे साप्ताहिक गिरावट की राह पर है। अमेरिकी डॉलर और ट्रेजरी यील्ड दोनों अमेरिकी फेडरल रिजर्व के आक्रामक रुख पर मजबूत बने हुए है। कॉमेक्स वायदा में सोना 1850 डॉलर के निचले स्तरों को छू कर 1880 डॉलर पर कारोबार करता रहा जबकि कॉमेक्स वायदा चांदी में भी कीमतों में गिरावट के बाद भाव 2250 सेंट पर रहे।
घरेलु वायदा बाजार में सोने पिछले सप्ताह 1 प्रतिशत टूट कर 51200 रुपये प्रति दस ग्राम जबकि चांदी 2.6 प्रतिशत टूट कर 62600 रुपये प्रति किलो पर रही है। डॉलर, जो आम तौर पर सोने के विपरीत होता है, पांचवें सप्ताह भी इसमें बढ़त दर्ज की गई है। वही 10 वर्षीय अमेरिकी बांड यील्ड 3 प्रतिशत के ऊपर पहुंच गई है।
40 साल की उचाई पर पहुंची मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए अमेरिकी फेड ने पिछले सप्ताह की बैठक में ब्याज दरों को 0.50 प्रतिशत से बढ़ा कर 0.75 प्रतिशत कर दिया, जो 22 साल में अब तक की सबसे बढ़ी ब्याज दर वृद्धि रही। बाज़ारो में निवेशक आगे चल कर 0.75 प्रतिशत की बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहे थे, जबकि ऐसी सम्भावना को फेड प्रमुख जेरोम पॉवेल अस्वीकार किया है जिससे सोने और चांदी के भाव में निचले स्तरों पर कुछ सुधार रहा। इस साल के अंत तक फेड ब्याज दरों को बढ़ाकर 2 से 3 प्रतिशत पर रखेगा।
फेड अपनी 9 ट्रिलियन डॉलर की बैलेंस शीट को भी तेज़ी से कम करेगा। भारतीय रिज़र्व बैंक और बैंक ऑफ़ इंग्लैंड ने भी मुद्रास्फीति को लम्बी अवधी में नियंत्रित करने के लिए ब्याज दरे बढ़ाई है। कच्चे तेल, कोयला और प्राकृतिक गैस की आपूर्ति अभी तक बाधित है और ऊर्जा स्त्रोतों की कीमतों में बढ़ोतरी सोने के भाव को सपोर्ट कर रही है। केंद्रीय बैंको के आक्रामक रुख के चलते ग्लोबल मंदी के संकेतो से दुनिया भर के शेयर बाज़ारो में गिरावट है।
तकनीकी विश्लेषण:
सोने और चांदी के भाव में इस सप्ताह सुधार रह सकता है। सोने में 50300 रुपये पर सपोर्ट है और 51700 पर प्रतिरोध है। चांदी में 61000 रुपये पर सपोर्ट और 64500 रुपये पर प्रतिरोध है।