कीमती धातुओं के भाव ने पिछले सप्ताह मजबूती का प्रदर्शन किया है, और पिछले सप्ताह सोने के भाव एमसीएक्स में 2 प्रतिशत तेज़ हो कर 61000 रुपये प्रति दस ग्राम और चांदी के भाव 5 प्रतिशत बढ़ कर 73800 रुपये प्रति किलो के स्तरों पर पहुंच गए है। दरअसल, पिछले सप्ताह अमेरिका से जारी होने वाले आर्थिक आंकड़े अनुमान से कमजोर दर्ज किये गए है जिससे निवेशकों को ब्याज़ दर वृद्धि पर रोक की उम्मीद बढ़ने लगी है। अमेरिका से जारी अन्य आर्थिक आकड़ो के साथ मुद्रास्फीति के आंकड़े भी अनुमान से कम दर्ज किये गए जो ब्याज दरों में आगे वृद्धि पर रोक के लिए फेड को विवश करेगा। कीमती धातुओं में सुरक्षित मांग बढ़ी है, क्योंकि जापान और यूरो क्षेत्र से कमजोर आर्थिक आकड़ो ने वैश्विक मंदी पर चिंता बढ़ा दी है। कीमती धातुओं में सबसे अच्छी तेज़ी गुरुवार को रही, जब आंकड़ों से स्पष्ट हुआ कि अमेरिका में बेरोजगारी के दावे लगातार चौथे सप्ताह उम्मीद से अधिक बढ़े है, जो श्रम बाजार में और अधिक ठंडक का संकेत है। रोज़गार बाज़ार और मुद्रास्फीति फेड के लिए दो प्रमुख कारण है जिसके आधार पर ब्याज़ दरों में बदलाव किया जाता है। अमेरिकी आकड़ो में कमजोरी दर्ज होने के बाद से बेंचमार्क बांड यील्ड और डॉलर इंडेक्स में दबाव बना हुआ है, जिससे सोने और चांदी के भाव तेज़ हुए है। इस सप्ताह फेड की बैठक के मिनट्स जारी होंगे जिससे ब्याज दरों पर फेड के अगले निर्णय पर कुछ संकेत मिलेंगे। चीन अपनी अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए राहत पैकेज और ब्याज दरों में कटौती कर रहा है और इस सप्ताह चीन की लोन प्राइम रेट भी बुलियन के भाव के लिए महत्वपूर्ण रहेंगे।
तकनिकी विश्लेषण : इस सप्ताह कीमती धातुओं के भाव सिमित दायरे में रह सकते है। एमसीएक्स दिसंबर वायदा सोने में सपोर्ट 60000 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 62500 रुपये पर है। दिसंबर वायदा चांदी में सपोर्ट 72000 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 76000 रुपये पर है।