तीन सप्ताह की लगातार गिरावट के बाद सोने और चांदी की कीमते पिछले सप्ताह पलट गई और एमसीएक्स में अगस्त वायदा सोना एक प्रतिशत और जुलाई वायदा चांदी दो प्रतिशत से अधिक तेज़ हुई है। घरेलु वायदा बाज़ार में सोने की कीमते 60250 रुपये प्रति दस ग्राम और चांदी 72800 रुपये प्रति किलो पर कारोबार करती रही। पिछले सप्ताह अमेरिका, यूरो ज़ोन और चीन से जारी हुए आर्थिक आकड़ो से मिले जुले संकेत दिखे जिससे कीमती धातुओं के भाव में तेज़ी देखने को मिली। अमेरिकी तकनीक, खुदरा और ऑटो क्षेत्रों में पिछले महीने छंटनी की खबरें रही, और 2016 के बाद से कुल भर्तियां सबसे कम रही जिससे डॉलर इंडेक्स में दबाव बना और यह 0.7 प्रतिशत फिसल कर 103.38 के स्तरों पर पहुंच गया। हालांकि, एम्प्लॉयमेंट ट्रैकर एजेंसी के सर्वे से संकेत मिलते हे की रोज़गार बाज़ार अभी मजबूत है और मुद्रास्फीति स्थिर रह सकती है। 16 महीनों में अमेरिका की ब्याज दरें 0.50 प्रतिशत से बढ़कर 5 प्रतिशत से अधिक हो गई है। जिससे यह उम्मीदे बढ़ने लगी है की मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए ब्याज दर बढ़ोतरी के बदले अन्य उपाय किये जाने चाहिए। 14 जून को होने वाली फेड की बैठक में ब्याज दर बढ़ोतरी की सम्भवना कम है, लेकिन बाद की बैठकों में इस पर पुनः विचार किया जा सकता है।
तकनिकी विश्लेषण
इस सप्ताह कीमती धातुओं में तेज़ी रहने की सम्भावना है। एमसीएक्स जून वायदा सोने में सपोर्ट 59000 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 61800 रुपये पर है। जुलाई वायदा चांदी में सपोर्ट 71000 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 74500 रुपये पर है।