बढ़ती हुई महंगाई को नियंत्रित करने के लिए यूरोपियन सेंट्रल बैंक द्वारा पिछले सप्ताह ब्याज दरों में 0.75 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी गई जिससे यूरो सप्ताह में 1.5 प्रतिशत तेज़ हुआ और अमेरिकी डॉलर इंडेक्स, जिसमे यूरो का वेट 57.6 प्रतिशत है, सप्ताह में 1 प्रतिशत टूट गया। डॉलर में 20 साल की उचाई से गिरावट के कारण सोने और चांदी के भाव में तेज़ी रही। यूरोपीय सेंट्रल बैंक द्वारा अपेक्षा से अधिक दर में वृद्धि के बाद यूरो के दबाव के बावजूद, फेड प्रमुख पॉवेल की टिप्पणियों ने डॉलर को 20 साल के उच्च स्तर के करीब रखा जिसके कारण सोने की तेज़ी सीमित रही। एमसीएक्स में पिछले सप्ताह सोने के भाव 0.60 प्रतिशत जबकि चांदी 5 प्रतिशत तक तेज़ हुई है। केटो इंस्टीट्यूट के वार्षिक मौद्रिक सम्मेलन के एक संबोधन के दौरान फेड चेयर जेरोम पॉवेल द्वारा केंद्रीय बैंक के कठोर रुख को दोहराया और पॉवेल ने शपथ ली है कि जब तक मुद्रास्फीति अपने 2 प्रतिशत लक्ष्य के भीतर नहीं हो जाती, फेड आक्रामक रूप से नीति को सख्त बनाए रखेगा। फेड द्वारा मौद्रिक नीति पर सख्ती, आने वाले कुछ समय के लिए कीमती धातुओं की तेज़ी को सीमित रख सकता है। हालांकि, भारतीय बाज़ारो में त्यौहार का सीजन शुरू होने वाला जिससे सोने और चांदी की मांग में बढ़ोतरी होने के आसार है। त्योहारों के बीच कीमती धातुओं के सस्ते भाव कीमतों में बढ़ोतरी कर सकते है।
तकनीकी विश्लेषण:
इस सप्ताह कीमती धातुए सीमित दायरे में रहने की सम्भवना है। अक्टूबर वायदा सोने की कीमतों में 50000 रुपये पर सपोर्ट है और 51100 रुपये पर प्रतिरोध है। दिसंबर वायदा चांदी में 54000 रुपये पर सपोर्ट और 56000 रुपये पर प्रतिरोध है।