पिछले सप्ताह में बाज़ारो को फेड से ब्याज दरों में जल्दी कटौती की उम्मीद थी, लेकिन फेड बैठक में मिले संकेतों से कीमती धातुओं के भाव में ऊपरी स्तरों से दबाव बनता दिखा है।
फेड ने बैठक के बाद के बयान में महत्वपूर्ण संकेत दिए है जिसमें बताया गया है की मौद्रिक नीति वैसी होना चाहिए जो मुद्रास्फीति को 2 प्रतिशत के लक्ष्य तक लाने में समर्थ हो। पिछले कुछ महीनो पहले तक कठोर नीति की बात करने के बाद, ब्याज दरों में कटौती के संकेत मिले। लेकिन, पिछले सप्ताह में हुई बैठक में ब्याज दरों में कटौती पर जल्द बाजी नहीं करने की बात कही गई है, जिससे सोने और चांदी की कीमतों में दिशा नहीं बनी है। फेड ने ब्याज़ दरें आख़री बार जुलाई 2023 में बढ़ाई थी और उसके बाद से ही ब्याज दरों में जल्द कटौती के संकेत दिए। ब्याज दरों में कटौती कब शुरू होगी यह अब तक स्पष्ट नहीं हुआ है जिससे कीमती धातुओं की चाल अभी दिशा हीन हो गई है। सीएमई ग्रुप के फेडवॉच गेज के अनुसार, कुछ ही हफ्ते पहले, वायदा बाजार आश्वस्त थे कि फेड मार्च में ब्याज़ दर कटौती शुरू करेगा, इस तरह के कदम की लगभग 90 प्रतिशत संभावना बताई गई थी। अब, काफी अधिक अनिश्चितता है क्योंकि फेड अधिकारियों के कई बयान मुद्रास्फीति पर जीत की घोषणा के बारे में अधिक सतर्क दृष्टिकोण को अपना रहे है। फेड द्वारा ब्याज दरों में जल्द कटौती नहीं करने का मुख्य कारण मजबूत अमेरिकी अर्थव्यवस्था है। पिछले सप्ताह अमेरिकी पैरोल के आंकड़े अनुमान से बेहतर दर्ज किये गए है जिसने सोने और चांदी की कीमतों में दबाव बढ़ा दिया है।
सोने की कीमतों को भारत से होने वाले आयात का लाभ मिलने का अनुमान है। पिछले साल भारत में सोने के भाव उचे रहने के कारण मांग में 3 प्रतिशत की गिरावट रही, लेकिन वर्ल्ड गोल्ड कौंसिल के मुताबिक साल 2024 में सोने की मांग बढ़ने का अनुमान है। हालांकि, इस साल की पहली तिमाही में मांग कमज़ोर रहेगी और बाकी के महीनों में मांग बढ़ेगी। इस साल भारत में सोने का आयात 700 -800 टन के दायरे से बढ़ कर 800-900 टन के दायरे में रहने का अनुमान है। इस सप्ताह फेड चेयर जेरोम पॉवेल की स्पीच और आईएसएम सर्विस पीएमआई के आंकड़े सोने और चांदी की कीमतों के लिए महत्वपूर्ण रहेंगे।
तकनिकी विश्लेषण
इस सप्ताह सोने और चांदी की कीमते सीमित दायरे में रहने का अनुमान है। एमसीएक्स अप्रैल वायदा सोने में सपोर्ट 61800 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 64000 रुपये पर है। मार्च वायदा चांदी में सपोर्ट 69000 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 73000 रुपये पर है।