लगातार दूसरा सप्ताह सोने और चांदी के भाव के लिए बेहतर साबित हुआ है, हालांकि फेड मिनट्स के चलते कीमती धातुओं में बढ़त सीमित रही।
पिछले सप्ताह में घरेलु वायदा सोना 200 रुपये तेज़ होकर 51000 रुपये प्रति दस ग्राम के स्तरों पर पहुंच गया जबकि चांदी 800 रुपये तेज़ हुई और भाव 62400 रुपये प्रति किलो पर रहे। डॉलर, जो आमतौर पर सोने के विपरीत दिशा में चलता है, लगातार दूसरे सप्ताह गिरा है जबकि पिछले सप्ताह इसमें 1.4 प्रतिशत की गिरावट हुई है। फेड मिनट्स के मुताबिक आगे दो बार ब्याज दर वृद्धि के बाद अर्थव्यवस्था पर इसके प्रभाव का विश्लेषण किया जायेगा, जिसमे माना जा रहा है की महामारी के दौरान आक्रामक मौद्रिक नीति अर्थव्यवस्था को क्षति पंहुचा सकता है।
जिससे कीमती धातुओं के भाव को निचले स्तरों से सपोर्ट मिलने लगा है। अमेरिकी ट्रेजरी की पैदावार कम हो गई है, बेंचमार्क 10-वर्षीय नोट छह सप्ताह के निचले स्तर पर पहुंच गया है। मुद्रास्फीति का डर अभी दूर नहीं हो रहा है, जबकि आर्थिक आंकड़े और कॉर्पोरेट घोषणाएं धीमी आर्थिक विकास की ओर इशारा करती हैं। अमेरिकी जीडीपी -1.5 प्रतिशत तक गिर गया, जबकि यह -1.3 प्रतिशत पहले पूर्वानुमानित था।
पेंडिंग होम सेल्स का डेटा पिछले महीने के -1.6 प्रतिशत से कम हो कर -3.9 प्रतिशत तक घट गया। हालांकि, पिछले सप्ताह बेरोजगारी के दावे मजबूत रहे।
पिछले सप्ताह जापान से जारी मुद्रास्फीति के आकड़ो में बढ़ोतरी दर्ज की गई है जिससे कीमती धातुओं के भाव तेज़ हुए है।
तकनीकी विश्लेषण:
सोने और चांदी के भाव में इस सप्ताह तेज़ी जारी रहने की सम्भावना है। सोने में 50500 रुपये पर सपोर्ट है और 51500 पर प्रतिरोध है। चांदी में 61400 रुपये पर सपोर्ट और 63500 रुपये पर प्रतिरोध है।