वैश्विक अनिश्चिताओं के बीच बैंकिंग संकट पर सरकार के हस्तक्षेप और प्रमुख बैंको के सपोर्ट मिलने से बड़े ऋण संकट की सम्भवना को कम किया है जिससे पिछले सप्ताह सोने की कीमतों में मुनाफा वसूली हावी रही। हालांकि, कॉमेक्स वायदा बाजार में सोना 2000 डॉलर प्रति औंस के करीब बना हुआ है और चांदी के भाव 24 डॉलर के स्तरों पर स्थिर बने हुए है। पिछले सप्ताह अमेरिका से जारी बेरोज़गारी के दावों में बढ़त दर्ज की गई है और टेक्नोलॉजी कंपनी से छटनी की खबरों से, मुद्रास्फीति कम होने की अटकले बढ़ी है। अर्थव्यवस्था पर दबाव रहने के चलते निवेशकों को इस बात की उम्मीद है की फेड अब ब्याज दर बढ़ोतरी पर नरमी बरतेगा जिससे सुरक्षित आश्रय की मांग में मजबूती देखने को मिल रही है। बैंकिंग संकट पर नियंत्रण की खबरों के बीच, एमसीएक्स में जून वायदा सोने की कीमते पिछले सप्ताह फ्लैट रह कर 60000 रुपये प्रति दस ग्राम पर रही। जबकि चीन में पर्चेसिंग मैनेजर इंडेक्स 56.4 के स्तरों पर पहुंचने से सप्ताह में चांदी की कीमतों में 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है और भाव 72000 रुपये प्रति किलो पर रहे। कोवीड नीति से उभरने के बाद, चीन की अर्थव्यवस्था में लगातार बढ़त देखने को मिल रही है जिससे सोने की डिमांड वहा लगातार बढ़ रही है। शंघाई गोल्ड एक्सचेंज से सोने की निकासी में साल-दर-साल 76 टन की बढ़ोतरी हुई है, जो 2014 से अब तक सर्वाधिक है। एक्सचेंज से सोने की निकासी में बढ़ोतरी, थोक बाज़ार की मजबूत मांग की और संकेत कर रहे है। 2018 के बाद से चीन में सोने का आयात 2022 में सर्वाधिक रहा है। पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने नवंबर में सोने की आधिकारिक खरीदारी शुरू की और यह फरवरी में भी जारी रही। शंघाई और लंदन में सोने की प्रीमियम में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है, जो कीमतों में मजबूती के संकेत दे रहे है।
तकनिकी विश्लेषण
इस सप्ताह कीमती धातुओं में तेज़ी रहने की सम्भावना है। सोने में सपोर्ट 59000 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 61000 रुपये पर है। चांदी में सपोर्ट 69500 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 73500 रुपये पर है।