सोने की कीमते पिछले सप्ताह कॉमेक्स वायदा बाजार में सात महीने के उच्च स्तरों को छू चुकी है जबकि एमसीएक्स में कीमते 56000 रूपये प्रति दस ग्राम के स्तरों को छू चुकी है। हालांकि, अमेरिका से जारी एडीपी नॉन फार्म एम्प्लॉयमेंट चेंज, बेरोज़गारी के दावे और पैरोल के आकड़ो का बेहतर प्रदर्शन से कीमती धातुओं में उच्च स्तरों पर मुनाफ़ा वसूली रही। फेड मीटिंग के मिनट्स के अनुसार छोटी ब्याज दरों में बढ़ोतरी की संभावना ने डॉलर इंडेक्स पर दबाव बनाया है, जिससे 2022 में एक बुल रन के बाद ग्रीनबैक उच्चतम स्तरों से पलट गया है, और आने वाले महीनों में इसकी कमजोरी कीमती धातुओं को सपोर्ट करेंगी। अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड, फेड मिनटों के बाद तेजी से गिरकर तीन सप्ताह के निचले स्तर पर आ गई। फेड मिनट्स स्पष्ट हुआ है कि नीति निर्माताओ की प्राथमिकता मुद्रास्फीति को कम करना है, और उच्च ब्याज दरों को लंबे समय तक बनाए रखने के लिए तैयार हैं। जिससे कीमती धातुओं की तेज़ी सीमित रह सकती है।
लेकिन, अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में धीमी व्यावसायिक गतिविधि के संकेतों का भी कीमती धातुओं के लिए सकारात्मक है। चीन और अमेरिका की मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई के आंकड़े 50 के स्तरों के नीचे है, जो आर्थिक मंदी के डर को बढ़ा रहा है। इंटरनेशनल मॉनेटरी फण्ड द्वारा दुनिया की तीन बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका, चीन और यूरोप की अर्थव्यवस्था को संकट में बताया है, जिससे कीमती धातुओं में सेफ हैवन मांग बनी हुई है।
सप्ताह के आंकड़े
इस सप्ताह अमेरिका से, मंगलवार को फेड चेयर जेरोम पॉवेल की स्पीच, गुरुवार को सीपीआई (मुद्रास्फीति) और शुक्रवार को कंस्यूमर सेंटीमेंट के आंकड़े प्रमुख है।
तकनिकी विश्लेषण
इस सप्ताह कीमती धातुओं में तेज़ी रहने की सम्भावना है। सोने में सपोर्ट 54000 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 56100 रुपये पर है। चांदी में सपोर्ट 67000 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 70500 रुपये पर है।
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