दो सप्ताह से सीमित दायरे में चल रही कीमती धातुओं में अक्षय तृतीया पर कीमतों में सपोर्ट देखने को मिला है। सोने की कीमतों में पिछले सप्ताह निचले स्तरों से 300 रुपये प्रति दस ग्राम सुधर कर 47600 और चाँदी की कीमते 600 रुपये प्रति किलो सुधर कर 70700 पर रही है। अमेरिका और यूरोप में घटते कोवीड मामले के कारण अर्थव्यवस्था मे सुधार हो रहा है जिसके कारण मुद्रास्फीति में बढ़ोतरी देखि गई है। गुरुवार को जारी अमेरिकी वार्षिक कंस्यूमर प्राइस इंडेक्स के आंकड़े 2.6 प्रतिशत से बढ़कर 4.2 प्रतिशत पर पहुंच गए, जिससे सोने के भाव को सपोर्ट मिला है।मुद्रास्फीति में बढ़त के कारण डॉलर इंडेक्स में उछाल देखने को मिला लेकिन अमेरिकी फ़ेडरल रिज़र्व की तरफ से ब्याज दरों में समय से पहले कोई बदलाव नहीं करने के बयान पर डॉलर में दबाव बना रहा। तेज़ी से होते टीकाकरण और बड़े राहत पैकेज से अमेरिकी आर्थिक आकड़ो मे मजबूती देखि गई है। अमेरिकी फ़ेडरल रिज़र्व के अधिकारिओ द्वारा मुद्रास्फीति में बढ़ोतरी को अस्थाई बताया है और अर्थव्यवस्था मे वर्ष के अंत तक अच्छी मजबूती आने की सम्भावना व्यक्त की है।हालाँकि आर्थिक विकास आने वाले वर्षो मे सामान्य गति से ही बढ़ने के संकेत भी दिए है। बढ़ती मुद्रास्फीति पर फेड का शांत बने रहना कीमती धातुओं के भाव को सपोर्ट कर रहा है। लंदन मेटल एक्सचेंज में औद्योगिक धातुओं के भाव में अप्रत्याशित बढ़ोतरी होने के कारण अतिरिक्त मार्जिन लगाने से औद्योगिक धातुओं में गिरावट रही जिसके चलते चाँदी की कीमतों में भी दबाव रहा।
तकनीकी विश्लेषण
घरेलु वायदा बाजार में सोने के भाव 47000 रुपये के ऊपर बने रहने में कामयाब हुए है जिससे इसमें तेज़ी बने रहने की सम्भावना है। सोने में 46400 पर सपोर्ट है तथा 48000 रुपये पर प्रतिरोध है। चाँदी में भी तेज़ी रहने की सम्भावना है। इसमें 69000 रुपये पर सपोर्ट है और 73000 रुपये पर प्रतिरोध है।