भारतीय यूनियन बजट में चांदी और चांदी डोर पर इम्पोर्ट ड्यूटी बढ़ा दी गई है। चांदी पर इम्पोर्ट ड्यूटी, सोने की इम्पोर्ट ड्यूटी के बराबर करने के लिए की गई है, जिससे कीमती धातुओं में इम्पोर्ट ड्यूटी का स्ट्रक्चर सामान रहे। हालांकि, उपकर में बदलाव करके, सोने में इम्पोर्ट ड्यूटी यथावत रखी गई है। इम्पोर्ट ड्यूटी बढ़ाने के बाद, सोने और चांदी में बढ़ोतरी देखि गई। चांदी में कुल इम्पोर्ट ड्यूटी बढ़ा कर 15 प्रतिशत कर दी गई है, जो सोने की ड्यूटी के बराबर है। कीमती धातुओं से बनी ज्वेलरी पर ड्यूटी 22 प्रतिशत से बढ़ा कर 25 प्रतिशत कर दी गई है। हालांकि, अमेरिकी फेड की बैठक के बाद कीमती धातुओं में हेवेन मांग देखि गई। फेड द्वारा अपेक्षाकृत कम, 25 आधार अंको की बढ़ोतरी की गई जिससे सोने की कीमते एमसीएक्स में 58800 प्रति दस ग्राम और चांदी 72700 रुपए प्रति किलो के स्तरों को छू गई। हालांकि, ब्याज दरों के चरम स्तर को फेड ने अनिश्चित बताया है जिससे सप्ताह के अंत में डॉलर इंडेक्स में बढ़त रही और कीमती धातुओं में मुनाफा वसूली हावी हुई। हालांकि, अमेरिकी अर्थव्यवस्था की धीमी विकास दर, फेड को इस साल के मध्य तक ब्याज दरों में बढ़ोतरी रोकने और इसको घटाने के लिए बाधित कर सकता है। यूरोपियन सेंट्रल बैंक और बैंक ऑफ़ इंग्लैंड द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी से भी अमेरिकी डॉलर में दबाव बना हुआ है, जो कीमती धातुओं को सपोर्ट कर रहा है। केंद्रीय बैंको की लगातार ब्याज दर बढ़ोतरी से वैश्विक अर्थव्यवस्था दबाव में है, जिससे सोने में सेफ हेवेन मांग बढ़ी है।
इस सप्ताह फेड चेयर जेरोम पॉवेल और एफओएमसी मेंबर विलियम की स्पीच कीमती धातुओं के लिए महत्वपूर्ण रहेगी।
तकनिकी विश्लेषण
इस सप्ताह कीमती धातुओं में तेज़ी रहने की सम्भावना है। सोने में सपोर्ट 57500 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 59000 रुपये पर है। चांदी में सपोर्ट 68000 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 73000 रुपये पर है।