Swastika Investmart के रिसर्च हेड- संतोष मीना का कहना है कि जैसा कि व्यापक रूप से अनुमान लगाया गया था, नीतिगत दरों में बदलाव नहीं हुआ है. हालांकि आरबीआई ने महंगाई के पूर्वानुमान में बढ़ोतरी की है. इसके अतिरिक्त, बैंकों के लिए 19 मई से 28 जुलाई के बीच शुद्ध मांग और समय देनदारियों (एनडीएल) में बढ़ोतरी पर 10% इंक्रीमेंटल कैश रिजर्व रेश्यो (CRR) इम्प्लीमेंटेशन ने बाजार की बेचैनी बढ़ा दी है. इन घटनाक्रमों के बावजूद, नीतिगत बदलाव ने बाजार के सेंटीमेंट पर कोई खास असर नहीं डाला