ब्रोकरेज हाउस Swastika Investmart ने बीएलएस ई सर्विसेज में सब्सक्राइब करने की सलाह दी है. कंपनी एक डिजिटल सर्विसेज प्रोवाइडर है, और यह सरकार की डिजिटल इंडिया पहल का बेनेफिशियरी हो सकता है. कंपनी एसेट-लाइट बिजनेस मॉडल पर काम करती है, ग्राहकों तक इसकी व्यापक पहुंच है और रेवेन्यू के डाइवर्स सोर्स वाला बिजनेस मॉडल है. कंपनी ने अपनी वित्तीय स्थिति में भी लगातार ग्रोथ दर्ज की है. हालांकि कुछ चिंताएं ये हैं कि कंपनी का परिचालन इतिहास सीमित है, जिससे इसके बिजनेस और ग्रोथ का वैल्युएशन करना मुश्किल हो जाता है. दूसरा, यह ज्यादातर रेवेन्यू के लिए एक ही ग्राहक पर निर्भर है. तीसरा, इसकी भौगोलिक एकाग्रता. कंपनी 44 गुना के पी/ई पर वैल्यूड है, जो ठीक लगता है.
IPO में सिर्फ फ्रेश इश्यू
बीएलएस ई-सर्विसेज के आईपीओ में सिर्फ फ्रेश इक्विटी शेयर जारी होंगे, इसमें ऑफर फॉर सेल नहीं है. यानी प्रमोटर्स या मौजूदा शेयरहोल्डर्स अपने एक भी शेयर नहीं बेचेंगे. आईपीओ में 311 करोड़ के यानी 2,30,30,000 करोड़ इक्विटी शेयर बीएलएस इंटरनेशनल की सहायक कंपनी द्वारा जारी किए जाएंगे. दिल्ली बेस्ड कंपनी ने 125 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर 11 लाख इक्विटी शेयरों का प्री-आईपीओ प्लेसमेंट किया है और 13.75 करोड़ रुपये जुटाए हैं. और पढ़ें: